सेना के प्रयासों से शीतल देवी के सपनों को मिले नए पंख।

Sheetal Devi from Kishtwar

सेना के  प्रयासों से शीतल देवी के सपनों को मिले नए पंख। क्रत्रिम अंग लगाने के लिए हुई बैंगलूरू रवाना। अनुपम खेर फाऊंडैशन मदद के लिए आगे आया। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); किश्तवाड़ (मनीषा मनु) : राष्ट्र सर्वोपरि और स्वयं से पहले सेवा की अटूट विचारधारा पर

जन्म से बिना हाथों के पैदा हुई शीतल देवी पांवों की उंगलियों से बुन रही है जिंदगी का ताना बाना।

Sheetal Devi

जन्म से बिना हाथों के पैदा हुई शीतल देवी पांवों की उंगलियों से बुन रही है जिंदगी का ताना बाना। गरीब परिवार में पैदा हुई शीतल ने अपनी शारीरिक कमी को शिक्षा में बाधा बनने नहीं दिया। किश्तवाड़ ( मनीषा मनु ) : कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं होता