“CHOWGAN” is an emotional poem written by Sh Rajesh Chander Sharma Ji of Zewer Kishtwar and composed & sung by Miss Jeewan Jyoti Ji of Bun Kuleed Kishtwar.
Lyrics: Rajesh Chander
Voice & Composition: Jeewan Jyoti
Music: Vinod K Ram
********* POEM **********
सांस अटकी है अभी कुछ जीवित अभी हूँ मैं
पहचानो किश्तवाड़ निवासियों , चौगान हूँ मैं
अपनी हालत देखकर रोज़ रोता रहता हूँ मैं
मवेशी, वाहन और लोगों का बोझ ढोता रहता हूँ मैं
लोग ही कहते किश्तवाड़ की शान हूँ मैं
पहचानो किश्तवाड़ निवासियों , चौगान हूँ मैं
अभी तक लाखों आंसुओं को समेटे हूँ मैं
जीवन की ग़ज़ल, सपने कवियोँ के समेटे हूँ मैं
अंग-अंग घायल कर दिया है मेरा
अपने ही पड़ोसियों ने कर लिया है घेरा
सेह नहीं सकता चोट अब हार चुका हूँ मैं
हरा – भरा चमकता रहूं ये सपना मार चुका हूँ मैं
सब इंसान पापों से लथपथ होते हैं
आकर मेरी गोद में चेन की नींद सोते हैं
घायल हो रहा सुनाऊँ किसे , किसे याद करूँ मैं
दुःख दर्द से रोज़ाना पीड़ित , कहाँ फरियाद करूँ मैं
खो रहा पहचान, आन – बान और शान हूँ मैं
पहचानो किश्तवाड़ निवासियों , चौगान हूँ मैं
छोटे – बड़े बजुर्ग , सब ने बनाया मुझे मैदान
सैर सपाटा करने, मवेशी चराने वालोँ का प्राण
याद करो आपके जीवन का भी बना वरदान हूँ मैं
दशहरा हो या ईद , सब पर्वोँ के लिए एक समान हूँ मैं
मुस्लिमों का कब्रिस्तान और हिन्दुओं का शमशान हूँ मैं
पहचानो किश्तवाड़ निवासियों , चौगान हूँ मैं
सांय – सांय की ध्वनि करते चिनार आभूषण थे मेरे
अपने आप पर गर्व था मुझको कितना धनवान हूँ मैं
पर देखो आज हालत मेरी
हर इंसान जानकर भी कह रहा अनजान हूँ मैं
पहचानो किश्तवाड़ निवासियों , चौगान हूँ मैं
अंत में कह रहा ” राजेश ” भी, बचा लो इसे सब मिलकर
खिलाडी हो या नेता , नियत से सजा लो इसे सब मिलकर
हेलीकाप्टर के लिए परवान और इस ज़िले की शान हूँ मैं
पहचानो किश्तवाड़ निवासियों , चौगान हूँ मैं आप ही का तो चौगान हूँ मैं
(Rajesh Chander)